हल्दी दूध रेसिपी | हल्दीवाला दूध | Turmeric Milk Recipe in Hindi | हल्दी वाला दूध पीने के फायदे और नुकसान
(हल्दी दूध रेसिपी) Read This Recipe English Language
हल्दी दूध रेसिपी | हल्दीवाला दूध | टर्मेरिक मिल्क रेसिपी | Turmeric Milk Recipe in Hindi | हल्दी वाला दूध पीने के फायदे और नुकसान – हल्दी दूध रेसिपी (termeric milk recipe in hindi) एक बहुत ही प्रसिद्ध आयुर्वेदिक पेय है | जिसे “Golden Milk (गोल्डन मिल्क (स्वर्ण दूध)”, “Turmeric Latte (टर्मेरिक लट्टे)” या “मसाला हल्दी दूध” के नाम से भी जाना जाता है | हल्दी अपने एंटीसेप्टिक और एंटीबायोटिक गुणों के लिए जानी जाती है, और दूध कैल्शियम का स्त्रोत होने के साथ ही शरीर और दिमाग के लिए अमृत के समान हैं। लेकिन जब दोनों के गुणों को मिला दिया जाए, तो यह मेल आपके लिए ओर भी बेहतर साबित होता है |
हल्दीवाला दूध | हल्दी दूध रेसिपी | Turmeric Milk Recipe in Hindi | हल्दी वाला दूध पीने के फायदे और नुकसान | हल्दी दूध बनाने की विधि – हल्दीवाला दूध बनाने के लिए ज्यादातर घरों में पीसी हुई हल्दी को दूध में मिक्स करके लिया जाता है, पर आपको जानकर हैरानी होगी की इस तरह का दूध ज्यादा फायदेमंद नहीं माना जाता |
मसाला हल्दी वाला दूध बनाने का सही तरीका यह है की जिसमें कच्ची हल्दी यानी कि जो गांठवाली हल्दी होती है उसे सबसे अधिक उत्तम माना गया है | कच्ची हल्दी से बनने वाला दूध हमारे स्वास्थ्य के लिए उत्तम माना गया है | इस रेसिपी में मैंने कच्ची हल्दी के साथ और कई मसालों का जैसे की काली मिर्च, दालचीनी, केसर, इलायची, अदरक और शहद का इस्तेमाल किया है जिससे बननेवाला हमारा स्वर्ण मसाला दूध ओर भी ज्यादा गुणकारी बनाता है | आज इस लेख के माध्यम से हम आपको हल्दी दूध बनाने की विधि, हल्दी वाला दूध पीने के फायदे-नुकसान और हल्दी वाला दूध कब, कैसे और कितना पीना चाहिए यह भी बताएंगे।
गोल्डन मिल्क रेसिपी (हल्दीवाला दूध) के फायदे और नुकसान (turmeric milk benefits and side effects in hindi):
टर्मेरिक मिल्क रेसिपी (हल्दी दूध के फायदे) – Benefits of Turmeric Milk in Hindi
1. वायरल संक्रमण के लिए:
मौसम में आए बदलाव एवं अन्य कारणों से होने वाले वायरल संक्रमण जैसे की कोरोना (covid-19)
में हल्दी वाला दूध सबसे बेहतर उपाय है, जो आपको संक्रमण से बचाता है।
2. रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए:
हल्दी और दूध के मिश्रण को पीने से इम्म्युन सिस्टम को मजबूत करने में मदद मिलती है। दरअसल हल्दी और दूध को एक साथ मिलाने पर यह मिश्रण एंटी-वायरल, एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल एजेंट के रूप में कार्य करने लगता है। उसके बाद जब आप इसका सेवन करते हैं तो इन विशेष गुणों के कारण यह शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा देते हैं। इससे आप कई प्रकार की संक्रामक बीमारियों से बचे रहते हैं।
3. सर्दी और जुकाम के लिए:
सर्दी, जुकाम या कफ होने पर हल्दी वाले दूध का सेवन बहुत लाभकारी होता है। इससे सर्दी, जुकाम तो ठीक होता ही है, साथ ही गर्म दूध के सेवन से फेफड़ों में जमा हुआ कफ भी बाहर निकल जाता है। सर्दी के मौसम में इसका सेवन से आप स्वस्थ रहते हैं।
4. त्वचा के लिए:
दूध के साथ हल्दी का सेवन, एंटीसेप्टिक व एंटी बैक्टीरियल होने के कारण त्वचा की समस्याओं जैसे – इंफेक्शन, खुजली, मुंहासे आदि के बैक्टीरिया को धीरे-धीरे खत्म कर देता है। इससे आपकी त्वचा साफ और स्वस्थ और चमकदार नजर आती है।
5. पाचन के लिए:
पेट और पाचन शक्ति के ठीक से काम न करने पर इसका असर आपके शरीर पर तेजी से पड़ता है। ऐसे में हल्दी का मसाला दूध आपकी आंतों को स्वस्थ रखने और पाचन तंत्र को बेहतर करने में मदद कर सकता है । दरअसल, हल्दी में मौजूद करक्यूमिन एंटी इंफ्लेमेटरी गुण की तरह काम करता है, जो आंत संबंधी बीमारियों को दूर करने में शरीर की सहायता करता है। कोरोना से बचने के लिए देशी काढ़ा
6. जोड़ो के दर्द के लिए:
हर्बल चाय और गोल्डन मिल्क कहलाने वाले हल्दी दूध में मौजूद करक्यूमिन में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो जोड़ों और गठिया के दर्द को कम कर सकते हैं। साथ ही हल्दी दूध में एंटी-अर्थराइटिस गुण भी पाए जाते हैं, जो जोड़ों की सूजन को कम करने में मदद करते हैं |
7. सांस की तकलीफ के लिए:
हल्दी वाले दूध में मौजूद एंटी माइक्रो बैक्टीरियल गुण, दमा, ब्रोंकाइटिस, साइनस, फेफड़ों में जकड़न व कफ से राहत देने में सहायता करते हैं। गर्म दूध के सेवन से शरीर में गर्मी का संचार होता है जिससे सांस की तकलीफ में आराम मिलता है।
8. अनिंद्रा के लिए:
अगर आपको किसी भी कारण से नींद नहीं आ रही है, तो आपके लिए सबसे अच्छा घरेलू नुस्खा है, हल्दी वाला दूध। बस रात को भोजन के बाद सोने के आधे घंटे पहले हल्दी वाला दूध पीएं, और देखिए कमाल।
9. ब्लड शुगर कम करे के लिए:
खून में शर्करा की मात्रा अधिक हो जाने पर हल्दी वाले दूध का सेवन ब्लड शुगर को कम करने में मदद करता है।लेकिन अत्यधिक सेवन शुगर को अत्यधिक कम कर सकता है, इस बात का ध्यान रखें।
10. वजन घटाने के लिए :
व्यस्त दिनचर्या, बाहर का खाना, लंबे वक्त तक कुर्सी पर बैठे रहना, व्यायाम न करना, तनाव और ऐसे ही कई कारणों की वजह से लोग मोटापे की समस्या से ग्रसित हो रहे हैं। जैसे-जैसे वजन बढ़ता है, वैसे-वैसे शरीर बीमारियों से घिरता चला जाता है। ऐसे में हल्दी दूध आपकी मदद कर सकता है। हल्दी का दूध फैट को कम कर सकता है, जिससे आपके वजन को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है। कुछ अध्ययनों के अनुसार, हल्दी दूध में मौजूद करक्यूमिन (Curcumin) अधिक वजन वाले लोगों में वजन नियंत्रण का काम कर सकता है ।
11. हृदय स्वास्थ्य के लिए:
हल्दी में मौजूद करक्यूमिन हमारे शरीर में गुड साइटोकिन्स (एक तरह के प्रोटीन) को हमारे शरीर में निकलने से रोकता है, जिनकी वजह से हृदय संबंधी (कार्डियोवस्कुलर) रोग उत्पन्न होते हैं । वहीं, अदरक का हल्दी के साथ इस्तेमाल करने से भी हृदय संबंधी बीमारी बढ़ाने वाले जोखिम कारकों को कम किया जा सकता है। अदरक में मौजूद बायोएक्टिव कंपाउंड हानिकारक कोलेस्ट्रॉल को कम करके अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता है
कोरोना (Covid 19) से बचना हो, सर्दी हो या फिर चोट लग गयी हो | अभी तक आपने ये सुना होगा, कि हल्दी वाला दूध (Turmeric Milk) पीने से फायदा होता है | ऐसा इसलिए कहा जाता है, क्योंकि हल्दी वाला दूध (Golden Milk) एंटीमाइक्रोबियल होता है| यानि वो दूध, जिसमें बैक्टीरिया और फफूंद जैसे सूक्ष्मजीवों की मौजूदगी कम करने की क्षमता होती है | लेकिन हल्दी वाला ये दूध कुछ लोगों को नुकसान भी पहुंचा सकता है| जिसके बारे में शायद आप न जानते हों | तो आइये हम आपको बताते हैं कि हल्दी वाला ये दूध किसको और क्यों नुकसान पहुंचा सकता है साथ में यह भी आपको बता दें कि हल्दी तभी नुकसान करती है जब वो बहुत ज्यादा मात्रा में ली जाए। हल्दी के फायदे जानने के साथ ही आपको इसके नुकसान के बारे में मालूम होना आवश्यक है |
हल्दी दूध के नुकसान – side effects of Turmeric Milk in Hindi
1. गर्भाशय को करता है संकुचित:
अनेक गर्भवती महिलाओं द्वारा हल्दी का दूध यह सोचकर पिया जाता है कि इससे गोरा बच्चा पैदा होगा। हालांकि इसके विपरीत हल्दी वाला दूध गर्भाशय को संकुचित करता है और कई बार यह पेट मे ऐंठन का कारण भी बन सकता है।
2. पित्ताशय में समस्या:
यदि आपको पित्ताशय से जुड़ी कोई परेशानी है तो हल्दी वाला दूध आपकी इस समस्या को और बढ़ा सकता है। यदि आपकी पित्त की थैली में स्टोन है तो आपको हल्दी वाला दूध भूलकर भी नहीं पीना चाहिए।
3. मधुमेह की स्थिति में:
हल्दी में करक्यूमिन नाम का एक रासायनिक पदार्थ पाया जाता है। जो ब्लड शुगर को प्रभावित करता है। ऐसे में यदि आपको मधुमेह है तो हल्दी वाला दूध पीने से बचना चाहिए।
4. ब्लीडिंग की समस्या:
यदि आपको ब्लीडिंग की समस्या है तो हल्दी वाला दूध आपको नुकसान पहुंचा सकता है। ये ब्लड क्लॉटिंग की प्रक्रिया को कम कर देता है जिसके कारण ब्लीडिंग की समस्या और ज्यादा बढ़ सकती है।
5. नपुंसकता का कारण:
हल्दी, टेस्टोस्टेरॉन के स्तर को कम कर देती हैं। इससे स्पर्म की सक्रियता में कमी हो सकती है। यदि आप अपनी फैमिली प्लान कर रहे हैं तो प्रयास कीजिए कि हल्दी का सेवन संयमित रूप से ही करें।
6. आयरन का अवशोषण:
हल्दी का ज्यादा सेवन करने से आयरन का अवशोषण बढ़ जाता है।
जिन लोगों में पहले से ही आयरन की कमी है उन्हें कम ही हल्दी का सेवन करना चाहिए।
7. सर्जरी के दौरान:
हल्दी खून का थक्का नहीं जमने देता है जिसके कारण खून का स्त्राव बढ़ जाता है।
यदि आपकी सर्जरी हुई है या फिर होने वाली है तो हल्दी के सेवन से बचें।
8. एलर्जी:
कुछ लोगों को मसालों से एलर्जी होती है। ऐसे में उन्हें हल्दी का प्रयोग भी नहीं करना चाहिए।
हल्दी वाला दूध एलर्जी को और भी बढ़ा सकता है।
हल्दी वाला दूध कब, कैसे और कितना पीना चाहिए
कब पीना चाहिए दूध:
हालांकि अगर दूध का सेवन दिन में किया जाए तो यह दिनभर शरीर को ऊर्जा देता है और रात में पिया जाए तो यह दिमाग को शांत करके अच्छी नींद लाने में सहायक होता है. जबकि आयुर्वेद की माने तो रात में दूध पीने का सबसे उत्तम समय होता है |
कैसे पिए :
टर्मरिक मिल्क को धीमी आंच पर उबालने से हल्दी के सारे पोषक तत्व दूध में अच्छी तरह मिल जाएंगे | अच्छी तरह इस दूध को उबालने के बाद छान लें | फिर इसका सेवन गरमा गर्म सुबह या रात के सोने से पहले करें | विशेषकर रात के समय सोने से पहले पीना सहेत के लिए काफी अच्छा माना गया है |
कितना पिएं:
आप रोजाना 6 ग्राम हल्दी (इसमें मौजूद करक्यूमिन) का सेवन कर सकते हैं। चार से सात हफ्ते तक इस मात्रा में हल्दी का सेवन करना सुरक्षित माना गया है । इस मात्रा में हल्दी का सेवन करने से आपके शरीर को हल्दी की वजह से किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचता है। जी हां, हल्दी दूध को अधिक मात्रा में लंबे समय तक लेने से शरीर को नुकसान भी हो सकता है| वैसे दिनभर में कितनी हल्दी का सेवन करना चाहिए इसके लिए एक बार डॉक्टर की सलाह जरूर लें।वहीं, प्रतिदिन डेयरी उत्पादों की 3 सर्विंग्स ली जाने की सलाह दी जाती है। उदाहरण के तौर पर एक गिलास दूध, एक टुकड़ा पनीर और एक कटोरी दही। इसके सेवन से आपको पर्याप्त पोषक तत्व मिल जाएंगे । वहीं, एक दिन में महज दूध की सीमित मात्रा की बात करें, तो यह 500 ml है ।
Table of Contents
Preparation Time: 5 Minutes
Cooking Time: 10-15 Minutes
Cuisine: Indian healthy Drink Recipe
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आवश्यक सामग्री :
2 कप दूध |
1 इंच कच्ची हल्दी (कद्दूकस) |
1 इंच अदरक (कद्दूकस) |
2 हरी इलायची |
1 इंच दालचीनी |
½ छोटी चम्मच काली मिर्च पाउडर |
5-6 केसर के धागे |
1 छोटी चम्मच घी |
2 बड़े चम्मच शहद |
हल्दी दूध रेसिपी | हल्दीवाला दूध | टर्मेरिक मिल्क रेसिपी | Turmeric Milk Recipe in Hindi | हल्दी वाला दूध पीने के फायदे और नुकसान | हल्दी वाला दूध कब, कैसे और कितना पीना चाहिए – स्टेप बाय स्टेप फोटो
1. सबसे पहले एक सॉस पेन में दूध को गर्म होने के लिए रखें |
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2. जब दूध उबल जाये तब उसमें कद्दूकस कच्ची हल्दी, कद्दूकस अदरक, दालचीनी,
इलायची, काली मिर्च पाउडर और केसर डालकर सारी चीजों को अच्छे मिक्स करें |
3. दूध को 5-10 मिनिट अच्छे से उबलने दे |
जिससे की सारे मसालो का फ्लेवर अच्छे से अंदर मिक्स हो जाएँ |
4. जब दूध अच्छे से उबल जाये तब गैस को बंद करे और उसमें शहद मिलाये |
5. गरम गोल्डन मिल्क को छन्नी की मदद से छान लें |
6. हमारा बेहद ही स्वादिष्ट और सेहतमंद टर्मरिक मिल्क रेसिपी बनकर तैयार है | जिसे गरमागर्म ही पिए |
सुझाव :
1. यहां मैंने हल्दी वाले दूध में कुछ मसाले शामिल किये अगर आप चाहे तो
डाल सकते अन्यथा उसे हटा भी सकते है |
2. इस रेसिपी में मैंने गाय के दूध का इस्तेमाल किया है
आप चाहे तो कोई भी दूध का इस्तेमाल कर सकते है |
3. अगर आपके कच्ची हल्दी नहीं है उसकी की जगह पर ½ छोटी चम्मच हल्दी पाउडर का इस्तेमाल कर सकते हो |
4. मीठास के लिए शहद की जगह आप गुड़ या खजूर का भी इस्तेमाल कर सकते हो |
5. कच्ची हल्दी और मसालों के फ्लेवर से बना यह हल्दी वाला दूध सही मायने में बेहद ही लाजवाब लगता है |